गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement – NAM) – Class 12 Political Science Notes in Hindi।
👉 इस लेख में आप पढ़ेंगे –
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन की परिभाषा और अर्थ
- इसके प्रमुख उद्देश्य और सिद्धांत
- NAM के संस्थापक देशों और नेताओं के नाम
- गुटनिरपेक्ष आंदोलन में भारत महत्वपुर्ण भूमिका
- गुटनिरपेक्ष सम्मेलनगुटनिरपेक्षता को अपनाने की भारत की महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षा
- बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
📌 यह टॉपिक Class 12 Political Science Notes in Hindi, NCERT Solutions (Hindi Medium) और Board Exam 2025 Important Questions & Answers के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
- इस सम्मेलन में मुख्य तीन बातों का ध्यान दिया गया :-
गुटनिरपेक्ष आंदोलन के उद्देश्य
गुटनिरपेक्षता की प्रक़ति एवं सिंद्धांत
गुटनिरपेक्षता की प्रक़ति एवं सिंद्धांत निम्नलिखित प्रकार से हैं :-(i) कई विचारक इसे तटस्था समझते थे परन्तु गुटनिरपेक्षता की प्रकृति वास्तव में कुछ और ही है।(ii) गुटनिरपेक्षता तटस्था नहीं हैं , गुटनिरपेक्षता की प्रकृति तटस्था से बिलकुल अलग है। तटस्था का मतलब हैं :- किसी भी मुद्दें पर उसमे भाग न ले।(iii) गुटनिरपेक्षता - पहले से ही किसी मुद्दे पर उसके गुण-दोषों को ध्यान में रखे बिना उसपर अपना मत बनाये रखना।(iv) गुटनिरपेक्षता राष्ट्रहित तथा आपसी सहयोग को बढ़ावा देती हैं।(v) यह राष्ट्रों के बीच में किसी भी प्रकार का मनमुटाव उत्पन्न होने से रोकती हैं।(vi) गुटनिरपेक्षता विश्व शांति और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भी बहुत आवश्यक हैं क्योकि गुटनिरपेक्ष देश दो देशों के बिच में शांति की स्थिति बनाने में महत्वपुर्ण भूमिका निभाती हैं।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) के संस्थापक देश और नेता
गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement) की औपचारिक शुरुआत 1961 में बेलग्रेड (युगोस्लाविया) में हुई थी। इसके संस्थापक देश और नेता निम्नलिखित थे –
गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement) की औपचारिक शुरुआत 1961 में बेलग्रेड (युगोस्लाविया) में हुई थी। इसके संस्थापक देश और नेता निम्नलिखित थे –
🏳️ संस्थापक देश और उनके नेता
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भारत (India) – पंडित जवाहरलाल नेहरू
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने NAM की विचारधारा को आकार दिया और स्वतंत्र विदेश नीति (Independent Foreign Policy) की वकालत की।
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युगोस्लाविया (Yugoslavia) – जोसिप ब्रोज़ टिटो (Josip Broz Tito)
युगोस्लाविया के राष्ट्रपति टिटो NAM के प्रमुख नेता थे जिन्होंने इस आंदोलन के आयोजन में केंद्रीय भूमिका निभाई।
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मिस्र (Egypt) – गमाल अब्देल नासिर (Gamal Abdel Nasser)
मिस्र के राष्ट्रपति नासिर ने अफ्रीकी देशों को NAM से जोड़ने में बड़ा योगदान दिया।
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इंडोनेशिया (Indonesia) – सुकर्णो (Sukarno)
इंडोनेशिया के नेता सुकर्णो ने उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ NAM को मजबूती प्रदान की।
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घाना (Ghana) – क्वामे नक्रूमा (Kwame Nkrumah)
घाना के पहले राष्ट्रपति नक्रूमा ने अफ्रीका की स्वतंत्रता और गुटनिरपेक्ष नीति को बढ़ावा दिया।
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भारत (India) – पंडित जवाहरलाल नेहरू
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने NAM की विचारधारा को आकार दिया और स्वतंत्र विदेश नीति (Independent Foreign Policy) की वकालत की। -
युगोस्लाविया (Yugoslavia) – जोसिप ब्रोज़ टिटो (Josip Broz Tito)
युगोस्लाविया के राष्ट्रपति टिटो NAM के प्रमुख नेता थे जिन्होंने इस आंदोलन के आयोजन में केंद्रीय भूमिका निभाई। -
मिस्र (Egypt) – गमाल अब्देल नासिर (Gamal Abdel Nasser)
मिस्र के राष्ट्रपति नासिर ने अफ्रीकी देशों को NAM से जोड़ने में बड़ा योगदान दिया। -
इंडोनेशिया (Indonesia) – सुकर्णो (Sukarno)
इंडोनेशिया के नेता सुकर्णो ने उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ NAM को मजबूती प्रदान की। -
घाना (Ghana) – क्वामे नक्रूमा (Kwame Nkrumah)
घाना के पहले राष्ट्रपति नक्रूमा ने अफ्रीका की स्वतंत्रता और गुटनिरपेक्ष नीति को बढ़ावा दिया।
गुटनिरपेक्ष आंदोलन में भारत महत्वपुर्ण भूमिका :-
गुटनिरपेक्ष सम्मेलन
गुटनिरपेक्ष सम्मेलन |
|||
साल |
सम्मेलन |
स्थान (देश) |
टिप्पणी |
1956 |
- |
न्यूयॉर्क |
पहली
बैठक 05 राष्ट्राध्यक्ष |
1961 |
1st |
बेलग्रेड
(यूगोस्लाविया) |
25
देश |
1964 |
2st |
काहिरा
(मिस्र) |
|
1983 |
7rd |
दिल्ली
(भारत) |
|
2006 |
14th |
हवाना
(क्यूबा) |
116
देश , 15 पर्यवेक्षक देश |
2016 |
17th |
पॉर्लामार
(वेनेजुएला) |
|
2019 |
18th |
बाकू
(अज़रबैजान) |
125
देश , 25 पर्यवेक्षक देश |
गुटनिरपेक्षता को अपनाने की भारत की महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षा :-
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) – गुटनिरपेक्ष आंदोलन
Q1. गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) क्या है?
Ans : गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement) शीत युद्ध के समय नव-स्वतंत्र देशों का वह आंदोलन था जिसमें देशों ने किसी भी सैन्य गुट – अमेरिका या सोवियत संघ – में शामिल न होकर स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई।
Q2. गुटनिरपेक्ष आंदोलन की शुरुआत कब और किन देशों ने की थी?
Ans : गुटनिरपेक्ष आंदोलन की शुरुआत 1961 में बेलग्रेड (युगोस्लाविया) में हुई थी। इसके संस्थापक नेता थे – पंडित जवाहरलाल नेहरू (भारत), जोसिप ब्रोज़ टिटो (युगोस्लाविया), गमाल अब्देल नासिर (मिस्र), सुकर्णो (इंडोनेशिया) और क्वामे नक्रूमा (घाना)।
Q3. गुटनिरपेक्ष आंदोलन के उद्देश्य क्या थे?
(ii) स्वतंत्र और स्वायत्त विदेश नीति अपनाना
(iii) उपनिवेशवाद और नस्लभेद का विरोध करना
(iv) शांति और सहयोग को बढ़ावा देना
(v) विकासशील देशों की एकजुटता और आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करना
Q4. शीत युद्ध में गुटनिरपेक्ष आंदोलन की भूमिका क्या रही?
Ans : NAM ने शीत युद्ध के दौरान विश्व में तनाव को कम करने, परमाणु हथियारों की दौड़ का विरोध करने, और तीसरी दुनिया (Third World) के देशों की आवाज़ बुलंद करने में अहम भूमिका निभाई।
Q5. भारत और गुटनिरपेक्ष आंदोलन का संबंध क्या है?
Ans : भारत गुटनिरपेक्ष आंदोलन का संस्थापक सदस्य है। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने NAM की विचारधारा को आकार दिया और भारत ने हमेशा स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई। आज भी भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर NAM के सिद्धांतों का पालन करता है।
Q6. बोर्ड परीक्षा में गुटनिरपेक्ष आंदोलन से कौन-कौन से प्रश्न पूछे जाते हैं?
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